पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ज़रदारी एक बार फिर भारत को निशाने पर लेते नजर आए। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में भारत पर गंभीर आरोप लगाए, लेकिन उसी दौरान एक मुस्लिम पत्रकार के सवाल ने उनकी बोलती बंद कर दी। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें भुट्टो जवाब देने में असमर्थ दिखते हैं।

भारत पर लगाए आरोप, मिला करारा जवाब
बिलावल भुट्टो ने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत में मुसलमानों को आतंकवादी नजरिए से देखा जा रहा है और उनके खिलाफ भेदभाव बढ़ा है। उन्होंने भारत की तुलना इस्राइल से करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नेतन्याहू की राह पर चलने वाला बताया।
हालांकि, प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद एक मुस्लिम पत्रकार ने भुट्टो के इन आरोपों को सीधे चुनौती दी। उन्होंने कहा कि यदि भारत मुस्लिमों के प्रति भेदभावपूर्ण होता, तो फिर ऑपरेशन सिंदूर जैसे महत्वपूर्ण जवाबी सैन्य मिशन की ब्रीफिंग एक मुस्लिम महिला अधिकारी द्वारा क्यों की जाती? इस सवाल के बाद भुट्टो चुप रह गए और केवल सिर हिलाते नजर आए।
भुट्टो ने दी सहयोग की पेशकश भी
हालांकि, प्रेस वार्ता में भुट्टो ने भारत के साथ बातचीत और सहयोग की संभावनाओं की भी बात की। उन्होंने कहा कि “पाकिस्तान अब भी भारत के साथ आतंकवाद के खिलाफ मिलकर काम करना चाहता है। हम 1.5 अरब लोगों की किस्मत आतंकवादियों और गैर-राज्यीय तत्वों के हाथों में नहीं सौंप सकते।” भुट्टो ने सुझाव दिया कि यदि आईएसआई और रॉ मिलकर काम करें तो आतंकवाद पर लगाम लगाई जा सकती है।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
भारत द्वारा 7 मई को लॉन्च किया गया ऑपरेशन सिंदूर, 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में अंजाम दिया गया सैन्य ऑपरेशन था। इस अभियान के तहत आतंकियों के ठिकानों पर सटीक हमले किए गए। इसके जवाब में पाकिस्तान ने 8 से 10 मई तक भारतीय सैन्य अड्डों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों — जिनमें एयरबेस, रडार स्टेशन और कमांड सेंटर शामिल थे — को भारी नुकसान पहुंचाया।