दिल्ली पुलिस के ‘ऑपरेशन मिलाप’ ( Operation Milap ) ने 2025 में हजारों लापता बच्चों और वयस्कों को उनके परिवारों से मिलाया। तकनीकी निगरानी और स्थानीय समुदाय के सहयोग से यह अभियान खासा सफल रहा। इस पहल से न केवल पीड़ित परिवारों को राहत मिली बल्कि सार्वजनिक सुरक्षा और पुलिस सेवा में भी विश्वास बढ़ा। जानिए कैसे दिल्ली पुलिस ने चलाए सशक्त खोज अभियान।

दिल्ली पुलिस ‘ऑपरेशन मिलाप’ ( Operation Milap ) – 2025 में हजारों लापता व्यक्तियों को घर पहुंचाने में बड़ी सफलता
दिल्ली पुलिस ने 2025 में ‘ऑपरेशन मिलाप’ के अंतर्गत अपहृत, लापता या खोए हुए बच्चों और वयस्कों को खोजकर उनके परिवारों से मिलाने में अभूतपूर्व सफलता हासिल की है। दक्षिण-पश्चिम जिला पुलिस के अनुसार इस अभियान में जनवरी से सितम्बर तक कुल 931 लापता व्यक्ति, जिनमें 306 बच्चे और 625 वयस्क शामिल हैं, को उनके घर वापस पहुंचाया गया है.
( Operation Milap )अभियान का उद्देश्य और कार्यप्रणाली
‘ऑपरेशन मिलाप’ ( Operation Milap ) का मकसद अपहृत या खोए हुए लोगों की खोज और उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करना है। इस अभियान में पुलिस टीमों ने आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए, CCTV फुटेज की जांच, घर-घर पूछताछ, स्थानीय समुदाय के सहयोग और डिजिटल नेटवर्किंग का सहारा लिया।
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पुलिस ने न केवल लापता व्यक्तियों, बल्कि संदिग्ध अपराधियों की भी जानकारी जुटाई, जिससे व्यापक जांच की सुविधा मिली। इस पहल में बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, ऑटो प्वाइंट्स जैसे सार्वजनिक स्थल पर अपने दृश्य रखकर, स्थानीय ड्राइवरों, दुकानदारों में संपर्क कायम कर महत्वपूर्ण सुराग हासिल किए गए।
विशेष सफलता के आंकड़े ( Operation Milap )
- जुलाई 2025 में सैकड़ों लापता व्यक्तियों को खोजकर सुरक्षित परिवार से मिलाया गया।
- पुलिस स्टेशनों जैसे कपाशेरा, सागरपुर, पालम विलेज, वसंत कुंज और दिल्ली कैंट ने कई लापता बच्चों व वयस्कों को ट्रेस कर पुनः मिलने में सहायता की।
- दक्षिण-पश्चिम जिला पुलिस के DCP अमित गोयल ने कहा कि यह अभियान न केवल तकनीकी तपस्या है बल्कि समुदाय की साझेदारी की मिसाल भी है।
कथित केस का परिचय
हाल ही में एक केस में, ग़ुलाबी बाग थाना क्षेत्र की टीम ने एक नवजात बालक को उनके माता-पिता के साथ मिलाने का कार्य सफलतापूर्वक पूरा किया। मौके पर तुरंत छापेमारी, स्थानीय पूछताछ और मोबाइल व व्हाट्सएप ग्रुप्स के माध्यम से बच्चे की तस्वीर फैलाकर जल्दी से परिवार तक पहुंचा गया।
पुलिस की सामाजिक प्रतिबद्धता
दिल्ली पुलिस की यह पहल समाज में विश्वास, सुरक्षा और न्याय के मानवीय मूल्यों को मजबूत करती है। ‘ऑपरेशन मिलाप’ दर्शाता है कि पुलिस केवल कानून प्रवर्तन ही नहीं, बल्कि सामाजिक सुरक्षा में भी अहम भूमिका निभा रही है।
‘ऑपरेशन मिलाप’ ने 2025 में दिल्ली पुलिस के समर्पण, प्रयास और तकनीकी दक्षता को उजागर किया है। इस तरह के अभियान से समाज में सुरक्षा का भरोसा बढ़ता है और खोए या अपहृत व्यक्तियों के परिवारों को खुशी और राहत मिलती है। दिल्ली पुलिस ऐसी सफलताओं को जारी रखेगी ताकि हर नागरिक सुरक्षित महसूस करे।
श्रेणी | विवरण |
---|---|
अभियान का नाम | ऑपरेशन मिलाप (Operation Milap) |
अवधि | जनवरी 2025 से सितम्बर 2025 |
कुल बरामद लापता व्यक्ति | 931 |
कुल बरामद बच्चे | 306 |
कुल बरामद वयस्क | 625 |
जुलाई 2025 में बरामद | 142 (61 बच्चे 81 वयस्क) |
अगस्त 2025 में बरामद | 130 (48 बच्चे सहित) |
जनवरी-जून 2025 में बरामद | 521 (149 बच्चे और 372 वयस्क) |
खोज की प्रमुख विधियाँ | CCTV निगरानी, स्थानीय पूछताछ, सोशल मीडिया प्रचार |
प्रमुख क्षेत्रों | कपाशेड़ा, सागरपुर, पालम विलेज, वसंत कुंज, दिल्ली कैंट, किशनगढ़, आर.के. पुरम आदि |
अभियान की खास बातें | 48 बच्चों सहित 130 लापता व्यक्तियों को परिवार से मिलाना, जागरूकता, पुलिस और समुदाय का सहयोग |
सामाजिक महत्व | लापता बच्चों व वयस्कों की सुरक्षित वापसी, सार्वजनिक विश्वास में वृद्धि |