ऑपरेशन सिंदूर की थीम पर उत्तर दिल्ली के नरेला DDA ग्राउंड सेक्टर A-6 में, इस वर्ष फिर से भव्य रामलीला मंचन का आयोजन हो रहा है। यह आयोजन नरेला आदर्श रामलीला कमेटी द्वारा लगातार सातवीं बार किया जा रहा है, जिसकी चर्चा दिल्ली-एनसीआर भर में हो रही है। इस बार का आयोजन इसलिए और भी खास है क्योंकि इसका मंचन देशभक्ति की भावना से सराबोर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ थीम पर आधारित किया गया है।

आयोजन की थीम: ऑपरेशन सिंदूर और देशभक्ति का रंग
आयोजन के आयोजकों ने बताया कि इस बार रामलीला केवल धार्मिक नहीं, बल्कि पूरे आयोजन में देशप्रेम और राष्ट्रभक्ति का संदेश गूंजेगा। स्टेज डेकोरेशन, गेट्स, और झांकियों को तिरंगे की थीम और भारतीय सेनाओं के सम्मान पर आधारित बनाया गया है। ऑपरेशन सिंदूर की झांकियां आम जनता को न सिर्फ स्वदेश प्रेम का संदेश देंगी, बल्कि भारतीय सेना के शौर्य, त्याग और बलिदान की गाथाएं भी मंचित होंगी।

सेना को समर्पित मंचन, झांकियां और अतिथियों का स्वागत
पहली बार इस रामलीला मंचन में भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों को विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। बच्चों और युवाओं द्वारा सेना के साहसिक अभियानों, विशेष रूप से ऑपरेशन सिंदूर जैसी ऐतिहासिक घटनाओं पर आधारित झांकियां दिखाई जाएंगी। ये झांकियां बच्चों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनने वाली हैं। आयोजक मंडल ने बताया कि मंचन के दौरान ‘मंगलयान’ पर भी विशेष झांकी प्रस्तुत की जाएगी, जो भारत की तकनीकी और वैज्ञानिक उपलब्धियों को दर्शाएगी।

भव्य मंच, सजावट और अतुल्य तैयारियाँ
आदर्श रामलीला कमेटी हर बार की तरह इस बार भी मंच और मैदान को खास तौर से सजाएगी। पूरे प्रांगण को तिरंगे के रंगों और देशभक्ति के प्रतीकों से सजाया जा रहा है। मंच की लंबाई-चौड़ाई इतनी भव्य होगी कि हजारों दर्शक क्रमशः मंचन का लुत्फ उठा सकेंगे। पंडाल में आकर्षक गेट्स, 3D लाइटिंग, ब्रांडेड फूड स्टॉल्स, और पारंपरिक झूले लगाए जाएंगे, ताकि हर आयु वर्ग के लोग आयोजन का पूरा आनंद ले सकें।
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सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष व्यवस्था
हर वर्ष की तरह इस बार भी आयोजन स्थल की सुरक्षा पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। आयोजक मंडल ने बताया कि मैदान में 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, और साथ ही प्राइवेट सिक्योरिटी, बाउंसर तथा पुलिस की तैनाती रहेगी। बच्चों, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा व सुविधा पर खास फोकस किया गया है। साथ ही, हेल्प डेस्क भी स्थापित किए गए हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित मदद मिल सके।
स्थानीय उत्साह, सांस्कृतिक मेल और युवाओं का आकर्षण
रामलीला केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि स्थानीय समाज के लिए साल का सबसे बड़ा सांस्कृतिक उत्सव भी है। नरेला और आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों में आयोजन को लेकर जबरदस्त उत्साह है। दुकानदारों, स्थानीय स्वयंसेवी संगठनों व स्कूलों ने भी अपनी भागीदारी घोषित की है। युवा वर्ग के लिए इस बार सेल्फी प्वाइंट्स, थीम बेस्ड फोटो बूथ व मेले का भी खास इंतजाम रहेगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस और आयोजन समिति की बातें
भूमि पूजन के दौरान आयोजक मंडल के सदस्य राजेश खत्री, सुनीता शर्मा, डॉक्टर कृष्ण बंसल सहित स्थानीय नेता और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। आयोजकों ने मीडिया को बताया कि आयोजन में सभी वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी—अमीर-गरीब, बच्चे-बुजुर्ग, महिलाएं—हर किसी का स्वागत खुले दिल से होगा। कमेटी का उद्देश्य है कि रामलीला मंचन समाज में भाईचारा, देशप्रेम और संस्कृति को और मजबूत बनाए।
अनूठी झलक: बच्चों की विशेष प्रस्तुतियाँ
रामलीला मंचन के दौरान स्कूलों के बच्चों द्वारा देश के वैज्ञानिक प्रगति की झांकी, सेना की शौर्यगाथा और रावण दहन जैसे मंचन नए अंदाज में दिखाए जाएंगे। बच्चों की नृत्य-नाट्य प्रस्तुतियाँ, बाल कलाकारों की झलक और देशभक्ति के गीत दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देंगे।

सांस्कृतिक कार्यक्रम, मेले का आनंद और भव्य समापन
आयोजन विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों, झांकियों, फैंसी ड्रेस कॉम्पीटिशन व भव्य मेले के साथ होगा। देशी खाने-पीने के स्टॉल, मनोरंजन के झूले और परिवार के लिए विभिन्न गतिविधियाँ इस रामलीला को हर वर्ग के लिए यादगार बनाएगी। समापन पर रावण दहन और आतिशबाजी का नजारा गगनचुंबी रहेगा।
नरेला का यह आयोजन न केवल धार्मिक परंपरा बल्कि आधुनिक देशभक्ति का भी उत्सव है। मंच, सुरक्षा, सांस्कृतिक विविधता और समाज में एकजुटता के इस अद्भुत संगम का हिस्सा बनने के लिए हजारों लोग हर साल इंतजार करते हैं। यदि देश के सच्चे हीरो—सेना के जवानों—का सम्मान, बच्चों की रचनात्मकता और समाज में भाईचारे का उत्सव देखना हो, तो नरेला DDA ग्राउंड की आदर्श रामलीला अवश्य देखें।