Heroin Seizure में दिल्ली पुलिस की Outer North District टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। PS Narela Industrial Area की टीम ने JJ Colony, Bawana में गश्त के दौरान संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा, जिसके पास से 180.02 ग्राम हेरोइन/स्मैक बरामद हुई। आरोपी शेख अहसान अली उर्फ पोचा, उम्र 28 वर्ष, जो पहले से 4 आपराधिक मामलों में शामिल रहा है, को गिरफ्तार किया गया।

यह ऑपरेशन इंस्पेक्टर मनोज कुमार यादव की देखरेख में ACP राकेश कुमार और DCP हारेश्वर वी. स्वामी के नेतृत्व में हुआ। आरोपी के पास से नकद 2,200 रुपये, एक Vivo मोबाइल फोन और नशीले पदार्थों की छोटी पैकेट बनाने का किट भी जब्त किया गया। यह कार्रवाई दिल्ली पुलिस की ड्रग्स के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पॉलिसी का हिस्सा है, जो Outer North District में नशीली दवाओं की सप्लाई रोकने के लिए चल रही विशेष ड्राइव का नतीजा है।
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आरोपी पहले चोरी, घर में घुसकर चोरी और अन्य अपराधों में शामिल रहा है, और हाल ही में JJ Colony और आसपास के इलाकों में ड्रग पैडलिंग में सक्रिय हो गया था। FIR No. 0896/2025 के तहत NDPS Act की धारा 21 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है। जांच अभी जारी है, और पुलिस का मानना है कि इससे क्षेत्र में ड्रग्स की समस्या पर लगाम लगेगी। यह सफलता स्थानीय समुदाय के लिए राहत की खबर है, क्योंकि ऐसे अपराधी समाज को बर्बाद कर रहे हैं। पुलिस की यह मुहिम अन्य ड्रग पैडलर्स के लिए चेतावनी है।

Heroin Seizure दिल्ली पुलिस की सनसनीखेज कार्रवाई
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने नशीले पदार्थों के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत एक बड़ी सफलता हासिल की है। आउटर नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट की PS नरेला इंडस्ट्रियल एरिया टीम ने JJ कॉलोनी, बवाना में एक आदतन अपराधी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 180.02 ग्राम हेरोइन/स्मैक बरामद की। यह कार्रवाई 31 अक्टूबर से 1 नवंबर 2025 की रात को हुई, जो दिल्ली में बढ़ती ड्रग्स समस्या पर करारा प्रहार है।
आरोपी शेख अहसान अली उर्फ पोचा, उम्र 28 वर्ष, पहले से चार आपराधिक मामलों में शामिल रहा है। पुलिस ने FIR No. 0896/2025 के तहत NDPS एक्ट की धारा 21 के अंतर्गत मामला दर्ज किया है। यह खबर दिल्ली पुलिस की सक्रियता को दर्शाती है, जो युवाओं को नशे की लत से बचाने के लिए लगातार प्रयासरत है। आइए विस्तार से जानते हैं इस ऑपरेशन की पूरी कहानी।

दिल्ली पुलिस की ड्रग्स के खिलाफ मुहिम: जीरो टॉलरेंस पॉलिसी का असर
दिल्ली पुलिस की आउटर नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट यूनिट नशीले पदार्थों के खिलाफ विशेष अभियान चला रही है। DCP हारेश्वर वी. स्वामी के नेतृत्व में यह मुहिम दिल्ली के स्लम एरियाज में ड्रग पैडलर्स को जड़ से उखाड़ फेंकने पर फोकस्ड है। हाल ही में PS नरेला इंडस्ट्रियल एरिया की टीम ने इस अभियान के तहत कई सफल ऑपरेशन किए हैं। 1 नवंबर 2025 को हुई यह गिरफ्तारी इसी कड़ी का हिस्सा है, जहां पुलिस ने 180 ग्राम से ज्यादा हेरोइन जब्त की।
विशेषज्ञों का मानना है कि दिल्ली में हेरोइन जैसी ड्रग्स की सप्लाई पंजाब और हरियाणा बॉर्डर से होती है, और ऐसी कार्रवाइयां सप्लाई चेन को तोड़ने में मददगार साबित हो रही हैं। दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल अब तक 500 से ज्यादा ड्रग पैडलर्स गिरफ्तार हो चुके हैं, जो युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इस मुहिम से स्थानीय निवासियों में सुरक्षा की भावना बढ़ी है, और पुलिस की सतर्कता ने अपराध दर में कमी लाई है।
रात की गश्त में मिली संदिग्ध हरकत: कैसे शुरू हुआ ऑपरेशन
31 अक्टूबर से 1 नवंबर 2025 की रात को PS नरेला इंडस्ट्रियल एरिया की टीम गश्त पर थी। HC आशीष और Ct. अश्वनी ने JJ कॉलोनी के A-ब्लॉक स्टैंड के पास एक व्यक्ति को बैग के साथ संदिग्ध तरीके से घूमते देखा। उसकी हरकतों से शक हुआ, और तुरंत SI दीपक लठवाल और Ct. विक्रम को सूचित किया गया। प्रक्रिया के अनुसार, ACP राकेश कुमार मौके पर पहुंचे और लीगल सर्च की गई।
बैग से हेरोइन जैसा पदार्थ मिला, जो बाद में 180.02 ग्राम स्मैक निकला। यह ऑपरेशन इंस्पेक्टर मनोज कुमार यादव की देखरेख में हुआ, जो SHO/NIA हैं। ऐसे रात के ऑपरेशन दिल्ली पुलिस की रणनीति का हिस्सा हैं, जहां हॉटस्पॉट एरियाज में लगातार निगरानी रखी जाती है। JJ कॉलोनी जैसे इलाकों में ड्रग्स की समस्या पुरानी है, और पुलिस की यह त्वरित कार्रवाई एक मिसाल है।
आरोपी शेख अहसान अली उर्फ पोचा: आदतन अपराधी का प्रोफाइल
आरोपी शेख अहसान अली उर्फ पोचा, पुत्र शेख हसन अली, H.No. A-1026, JJ कॉलोनी, बवाना का निवासी है। उम्र 28 वर्ष के इस व्यक्ति का अपराध का लंबा इतिहास है। वह हाल ही में ड्रग पैडलिंग में सक्रिय हुआ था, लेकिन पहले चोरी और अन्य अपराधों में लिप्त रहा। पुलिस रिकॉर्ड्स से पता चलता है कि वह JJ कॉलोनी और आसपास के इलाकों में छोटे पैकेट्स में ड्रग्स बेचता था।
उसकी गिरफ्तारी से स्थानीय युवाओं को बड़ा खतरा टला है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे आदतन अपराधी समाज के लिए खतरा हैं, क्योंकि वे नशे की लत फैलाकर परिवारों को बर्बाद कर देते हैं। पोचा की गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस की खुफिया जानकारी पर आधारित थी, जो महीनों से उसके मूवमेंट्स पर नजर रख रही थी।
पूर्व अपराधों का रिकॉर्ड: चार मामलों में दोषी साबित
शेख अहसान अली पहले से चार आपराधिक मामलों में शामिल रहा है। पहला केस FIR No. 0356/2016, धारा 380/457/411/34 IPC, PS महेंद्रा पार्क में था, जहां वह चोरी और घर में घुसकर चोरी में दोषी ठहराया गया। दूसरा FIR No. 0381/2017, उसी PS में समान धाराओं के तहत।
तीसरा FIR No. 0113/2019, PS भारत नगर में चोरी का। चौथा FIR No. 0189/2017, PS जहांगीरपुरी में धारा 354/323/341/34 IPC के तहत मारपीट और छेड़छाड़ का। इनमें से दो में वह सजा काट चुका है। पुलिस का मानना है कि जेल से बाहर आने के बाद वह ड्रग्स बिजनेस में उतरा। ऐसे केस दिल्ली में बढ़ते अपराध और नशे के नेक्सस को दर्शाते हैं, जहां चोर ड्रग पैडलर्स बन जाते हैं।
जब्त सामग्री का विवरण: हेरोइन से लेकर पैकेटिंग किट तक
सर्च के दौरान आरोपी के कब्जे से 180.02 ग्राम हेरोइन/स्मैक बरामद हुई। इसके अलावा 2,200 रुपये नकद, एक Vivo मोबाइल फोन और नशीले पदार्थों की छोटी पैकेट्स बनाने का किट भी जब्त किया गया। यह किट रिटेल डीलिंग के लिए इस्तेमाल होता है, जो दर्शाता है कि आरोपी बड़े स्तर पर सप्लाई कर रहा था।
हेरोइन की कीमत ब्लैक मार्केट में लाखों रुपये है, और इसकी जब्ती से दिल्ली में ड्रग्स की सप्लाई पर ब्रेक लगा है। पुलिस ने सभी सामग्री को सील कर लैब टेस्टिंग के लिए भेजा है। ऐसी बरामदगी NDPS एक्ट के तहत सख्त सजा का आधार बनती है, जो 10 साल तक की कैद और जुर्माना शामिल कर सकती है।
पुलिस टीम की भूमिका: नेतृत्व और समन्वय का कमाल
यह ऑपरेशन DCP हारेश्वर वी. स्वामी, IPS के ओवरऑल सुपरविजन में हुआ। जॉइंट CP विजय सिंह, IPS के गाइडेंस और ACP राकेश कुमार के मोटिवेशन से टीम ने काम किया। SHO इंस्पेक्टर मनोज कुमार यादव ने ऑन-ग्राउंड लीडरशिप दी। HC आशीष, Ct. अश्वनी, SI दीपक लठवाल और Ct. विक्रम की टीम ने त्वरित एक्शन लिया।
दिल्ली पुलिस की ऐसी टीमवर्क अन्य राज्यों के लिए मिसाल है, जहां पंजाब और हरियाणा में भी हाल ही में हेरोइन जब्ती हुई हैं। उदाहरण के तौर पर, BSF ने पंजाब बॉर्डर पर 1.7 किलो हेरोइन जब्त की। यह दिखाता है कि ड्रग्स समस्या राष्ट्रीय स्तर की है।
दिल्ली में ड्रग्स समस्या: आंकड़े और चुनौतियां
दिल्ली में हेरोइन और स्मैक जैसी ड्रग्स की समस्या गंभीर है। NCRB के आंकड़ों के मुताबिक, 2024 में दिल्ली में 1,000 से ज्यादा NDPS केस दर्ज हुए। JJ कॉलोनी जैसे स्लम एरियाज में युवा आसानी से नशे की चपेट में आ जाते हैं।
पुलिस की मुहिम से इस साल 20% कमी आई है, लेकिन चुनौतियां बाकी हैं। पंजाब से ड्रोन के जरिए ड्रग्स सप्लाई एक नई समस्या है, जैसा कि हाल के केसों में देखा गया। सरकार की ‘नशा मुक्त भारत’ मुहिम इसमें सहायक है, लेकिन लोकल लेवल पर और सख्ती की जरूरत है।
समाज पर ड्रग्स का प्रभाव: युवाओं की बर्बादी और परिवारों का दर्द
हेरोइन जैसी ड्रग्स युवाओं को बर्बाद कर देती हैं। JJ कॉलोनी में कई परिवार इससे प्रभावित हैं। नशे की लत से अपराध बढ़ते हैं, और अर्थव्यवस्था प्रभावित होती है। पुलिस की यह कार्रवाई स्थानीय निवासियों के लिए राहत है, जो अब सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि ऐसे पैडलर्स को सख्त सजा मिलनी चाहिए, ताकि अन्यों को सबक मिले। दिल्ली में रिहैब सेंटर्स की कमी भी एक मुद्दा है, जहां गिरफ्तारियों के बाद रिकवरी पर फोकस जरूरी है।
आगे की जांच: सप्लाई चेन का पता लगाने की तैयारी
पुलिस जांच जारी रखेगी। आरोपी से पूछताछ में सप्लायर्स और नेटवर्क का खुलासा होने की उम्मीद है। मोबाइल फोन की फोरेंसिक जांच से कॉन्टैक्ट्स ट्रेस किए जाएंगे। DCP स्वामी ने कहा कि यह सिर्फ शुरुआत है, और पूरे नेटवर्क को तोड़ा जाएगा। अन्य राज्यों की पुलिस से कोऑर्डिनेशन भी होगा, क्योंकि हेरोइन अक्सर बॉर्डर क्रॉसिंग से आती है। यह जांच दिल्ली को ड्रग-फ्री बनाने में मील का पत्थर साबित हो सकती है।
पुलिस का संदेश: नशे के खिलाफ जंग जारी, जनता से अपील
DCP हारेश्वर स्वामी ने कहा, “दिल्ली पुलिस नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस रखेगी। जनता से अपील है कि संदिग्ध गतिविधियां रिपोर्ट करें।” यह संदेश अन्य पैडलर्स के लिए चेतावनी है। सोशल मीडिया पर पुलिस के अपडेट्स से जनता जुड़ी रह सकती है। ऐसी कार्रवाइयां समाज को मजबूत बनाती हैं, और दिल्ली को सुरक्षित शहर बनाने में योगदान देती हैं।