दिल्ली कमला मार्केट लूट केस घंटों में सुलझा। पुलिस ने एक रसोइए से हुई लूट के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर ₹500 और आधार कार्ड बरामद किया।

दिल्ली पुलिस की त्वरित कार्रवाई
दिल्ली के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की कमला मार्केट थाना पुलिस ने एक बार फिर अपनी मुस्तैदी और त्वरित कार्रवाई का बेहतरीन उदाहरण पेश किया है। पुलिस टीम ने एक लूट की वारदात को महज कुछ ही घंटों के भीतर सुलझाते हुए एक शातिर लुटेरे को गिरफ्तार कर लिया। यह घटना उस समय हुई जब एक रसोइया (कुक) ऑटो में सफर कर रहा था और दो लोगों ने उसे रोककर लूट लिया। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से लूटे गए कैश का एक हिस्सा और पीड़ित का आधार कार्ड बरामद कर लिया है।
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ऑटो में सफर कर रहे रसोइए के साथ लूट
यह घटना 23 अक्टूबर 2025 की है। पीड़ित, जो कमला नगर के एक पीजी में रसोइए का काम करता है, सदर बाजार की ओर जाने के लिए एक ऑटो में बैठा था। जैसे ही उसका ऑटो एस.एन. मार्ग के पास पहुंचा, दो अज्ञात व्यक्तियों ने ऑटो को रोक लिया। उन्होंने पीड़ित को धमकाया और जबरन उसका पर्स छीन लिया, जिसमें ₹700 नकद और उसका आधार कार्ड था। वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए। घबराए हुए पीड़ित ने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम (PCR) को घटना की सूचना दी।
CCTV और खुफिया जानकारी से मिला सुराग
लूट की सूचना मिलते ही कमला मार्केट थाने की एक टीम तुरंत मौके पर पहुंची। पीड़ित से पूरी जानकारी लेने के बाद, पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी, श्री निधिन वलसन (आईपीएस) के मार्गदर्शन में, एसएचओ/कमला मार्केट के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम ने सबसे पहले घटनास्थल और उसके आसपास के इलाकों के CCTV फुटेज खंगालने शुरू किए। इसके साथ ही, स्थानीय खुफिया नेटवर्क को भी सक्रिय कर दिया गया ताकि आरोपियों के बारे में कोई सुराग मिल सके।

घंटों में गिरफ्तारी: कैसे पकड़ा गया आरोपी?
पुलिस टीम की मेहनत जल्द ही रंग लाई। CCTV फुटेज के गहन विश्लेषण और मुखबिरों से मिली गुप्त सूचना के आधार पर, पुलिस ने एक आरोपी की पहचान कर ली। उसकी पहचान वीरेश उर्फ वीरू (21 वर्ष) के रूप में हुई, जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले का रहने वाला है और वर्तमान में अजमेरी गेट के पास एस.एन. मार्ग पर रहता है। पहचान की पुष्टि होते ही, पुलिस ने बिना कोई समय गंवाए उसके ठिकाने पर छापा मारा और उसे सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर लिया। यह पूरी कार्रवाई घटना के कुछ ही घंटों के भीतर पूरी कर ली गई।
दोस्त के साथ मिलकर रची थी साजिश
पुलिस की कड़ी पूछताछ के दौरान, आरोपी वीरेश उर्फ वीरू ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने खुलासा किया कि उसने अपने एक दोस्त, शादाब, के साथ मिलकर इस लूट की योजना बनाई थी। शादाब, जो एक ई-रिक्शा चालक है, ने किसी परिचित से ई-रिक्शा उधार लिया था और वे दोनों अपने निजी खर्चों को पूरा करने के लिए लूट की वारदात को अंजाम देने निकले थे। उन्होंने पीड़ित को अकेला पाकर उसे अपना निशाना बनाया। पुलिस ने आरोपी वीरेश की निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल किया गया ई-रिक्शा भी जब्त कर लिया है।
बरामदगी का विवरण
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी वीरेश के कब्जे से बरामद किया है:
- लूटे गए कैश में से ₹500।
- पीड़ित का आधार कार्ड।
- वारदात में इस्तेमाल किया गया ई-रिक्शा।
आरोपी का आपराधिक इतिहास
पुलिस जांच में पता चला है कि गिरफ्तार आरोपी वीरेश उर्फ वीरू का आपराधिक इतिहास रहा है। उसके खिलाफ पहले से ही कमला मार्केट थाने में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की विभिन्न धाराओं के तहत एक मामला दर्ज है। यह दर्शाता है कि वह अपराध की दुनिया में नया नहीं है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या वह और उसका साथी अन्य किसी वारदात में भी शामिल रहे हैं।
दूसरे आरोपी की तलाश जारी
इस मामले में मुख्य आरोपी वीरेश की गिरफ्तारी के बाद, पुलिस अब उसके फरार साथी ई-रिक्शा चालक शादाब की तलाश में जुट गई है। पुलिस की कई टीमें उसके संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं। अधिकारियों को विश्वास है कि उसे भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और लूटी गई बाकी रकम बरामद कर ली जाएगी।
सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट पुलिस का सराहनीय काम
यह मामला सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट पुलिस द्वारा हाल ही में सुलझाए गए कई मामलों में से एक है। कुछ ही दिन पहले, जिले की आनंद पर्वत थाना पुलिस ने भी एक लूट के मामले को 24 घंटे में सुलझाया था। इससे पहले, कमला मार्केट पुलिस ने कैंटीन में लंच कराने के बहाने लूटपाट करने वाले एक गिरोह का भी भंडाफोड़ किया था। ये सफलताएं दर्शाती हैं कि सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट पुलिस अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
पुलिस की मुस्तैदी और नागरिकों की सतर्कता
कमला मार्केट पुलिस द्वारा इस मामले को कुछ ही घंटों में सुलझा लेना उनकी व्यावसायिकता और मुस्तैदी का प्रमाण है। इस त्वरित कार्रवाई से न केवल पीड़ित को राहत मिली है, बल्कि अपराधियों के बीच भी एक कड़ा संदेश गया है कि वे कानून के हाथों से बच नहीं सकते। दिल्ली पुलिस ने एक बार फिर नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी आपराधिक घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दें। आपकी समय पर दी गई सूचना पुलिस को अपराधियों को पकड़ने में मदद करती है और शहर को सुरक्षित बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
| श्रेणी | विवरण |
|---|---|
| घटना का नाम | ऑटो रोककर लूट |
| पुलिस स्टेशन | थाना कमला मार्केट, सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट, दिल्ली |
| प्रेस विज्ञप्ति दिनांक | 25.10.2025 |
| घटना की तिथि | 23 अक्टूबर 2025 |
| घटना स्थल | एस.एन. मार्ग, दिल्ली |
| पीड़ित | एक रसोइया (कुक) |
| लूटी गई वस्तुएं | पर्स, जिसमें ₹700 नकद और आधार कार्ड था। |
| वारदात का समय | घंटों के भीतर सुलझाया गया |
| कुल आरोपी | 2 |
| गिरफ्तार आरोपी | वीरेश उर्फ वीरू (21 वर्ष): रामपुर, यूपी का निवासी। |
| फरार आरोपी | शादाब (ई-रिक्शा चालक): वीरेश का दोस्त। |
| अपराध का तरीका | दो लोगों ने ऑटो रोककर यात्री को धमकाया और पर्स लूट लिया। |
| बरामदगी | – लूटे गए कैश में से ₹500। – पीड़ित का आधार कार्ड। – वारदात में इस्तेमाल किया गया ई-रिक्शा। |
| जांच का आधार | CCTV फुटेज का विश्लेषण और गुप्त सूचना। |
| आपराधिक रिकॉर्ड | गिरफ्तार आरोपी वीरेश पर पहले से ही कमला मार्केट थाने में एक केस दर्ज है। |
| पुलिस टीम | एसएचओ/कमला मार्केट के नेतृत्व में गठित टीम। |