पावरफुल मिशन दिल्ली पुलिस आउटर डिस्ट्रिक्ट की शिष्टाचार स्क्वॉड ने महिलाओं के लिए बस स्टैंड्स पर विशेष जागरूकता अभियान चलाया, ihnen महिला ऐप्स, 112 हेल्पलाइन और त्वरित शिकायत उपकरण की जानकारी दी। यह पहल महिलाओं की सुरक्षा-विश्वास और आत्मबल दोनों को बढ़ावा देती है। जानिए कैसे दिल्ली पुलिस सुरक्षित समाज की ओर नया कदम बढ़ा रही है।

पावरफुल मिशन दिल्ली आउटर पुलिस की महिला सुरक्षा पर गौरवपूर्ण पहल: शिष्टाचार स्क्वॉड हर कदम साथ
पावरफुल मिशन दिल्ली की सड़कों पर हर महिला सुरक्षित महसूस करे—इस सोच के साथ आउटर डिस्ट्रिक्ट पुलिस के शिष्टाचार स्क्वॉड ने महिलाओं के लिए विशेष सुरक्षा ड्राइव की शुरुआत की। इस मुहिम के तहत टीम ने राजधानी के दो बड़े भीड़भाड़ वाले स्थल—राणोला बस स्टैंड और बी-ब्लॉक बस स्टैंड, मंगोलपुरी—पर यात्रियों के बीच संवाद स्थापित किया और सुरक्षा का भरोसा मजबूत किया
पावरफुल मिशन जागरूकता अभियान की झलक
पावरफुल मिशन शिष्टाचार स्क्वॉड की टीम सिर्फ बात नहीं करती, सड़क पर उतरकर हकीकत में महिलाओं के साथ खड़ी रहती है।
- महिलाओं को सुरक्षा ऐप्स, 112 हेल्पलाइन, और त्वरित शिकायत की जानकारी दी गई।
- पुलिस अधिकारियों ने रोज़ाना सफर करने वाली महिलाओं से संवाद स्थापित किया, सवालों के जवाब दिए और पर्चे भी बांटे।
- टीम के अधिकारियों का संदेश था—“महिलाओं की सुरक्षा गैर-बराबर का मुद्दा नहीं है, बल्कि आत्म-सुरक्षा का संकल्प है!”
बस स्टैंड बने जागरूकता और आत्मविश्वास के केंद्र
ये अभियान सिर्फ सुरक्षा का संदेश नहीं, बल्कि समाज में भरोसे की नींव भी रखता है। जिन बस स्टैंडों पर शिष्टाचार स्क्वॉड पहुंची, वहां महिलाओं ने सीखा कि अगर कोई परेशानी हो, तो मदद बस एक कॉल दूर है। अधिकारियों ने सभी महिलाओं को भरोसा दिलाया—अब कोई स्त्री अकेली नहीं है, सुरक्षा हर समय सुलभ है।
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तकनीक और संवाद का आदर्श संगम
कई महिलाओं ने बताया कि उन्हें पहली बार पुलिस से बेझिझक सवाल पूछने, अपने अनुभव साझा करने और जरूरी एप्लिकेशन व हेल्पलाइन के बारे में विस्तार से जानने का मौका मिला। शिष्टाचार स्क्वॉड ने उन्हें पुलिस सहायता मोबाइल ऐप, महिलाओं के लिए सुरक्षित स्थान, त्वरित शिकायत पद्धति और नजदीकी एफआईआर सिस्टम का demo भी दिखाया।
पुलिसिंग में बदलती सोच
पुलिस कमिश्नर सचिन शर्मा का बयान—“महिला सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है, और हर नागरिक फीडबैक, संवाद व तकनीक से समाज में परिवर्तन लाया जा सकता है।”
विश्वास का संदेश
इस अभियान का मूल संदेश रहा: सुरक्षा विशेषाधिकार नहीं, हर महिला का अधिकार है। दिल्ली पुलिस हर कदम आपके साथ है। शिष्टाचार स्क्वॉड का यह मॉडल आगे भी अन्य öffentliche स्थानों पर दोहराया जाएगा।
समापन
दिल्ली आउटर डिस्ट्रिक्ट पुलिस की यह अभिनव पहल महिला यात्रियों में सुरक्षा का आत्मबल और समाज में पुलिस के प्रति विश्वास दोनों को गहरा करती है। पुलिस का यह माइक्रो-इंटरएक्शन अभियान समाज में सकारात्मक बदलाव की मिसाल बन रहा है। दिल्ली पुलिस का यह कदम महिला सुरक्षा के क्षेत्र में एक नई उम्मीद और विश्वास लेकर आया है, जिससे न सिर्फ अपराध पर रोक लगेगी, बल्कि महिलाएं खुद को हर सार्वजनिक स्थल पर सुरक्षित व आत्मनिर्भर महसूस करेंगी।
श्रेणी | विवरण |
---|---|
अभियान का नाम | दिल्ली पुलिस शिष्टाचार स्क्वॉड महिला सुरक्षा अभियान |
ज़िला/टीम | आउटर डिस्ट्रिक्ट पुलिस, दिल्ली |
हालिया अभियान स्थल | राणोला बस स्टैंड, बी-ब्लॉक बस स्टैंड, मंगोलपुरी |
प्रमुख अधिकारी | सचिन शर्मा (IPS, डीसीपी आउटर डिस्ट्रिक्ट) |
स्क्वॉड संरचना | 1 इंस्पेक्टर, 1 एसआई, 4 महिला पुलिसकर्मी, 5 पुरुष पुलिसकर्मी, 1 तकनीकी एक्सपर्ट |
कार्य की विधि | संवेदनशील स्थानों पर पेट्रोलिंग, बस स्टॉप/पब्लिक ट्रांज़िट पर जागरूकता अभियान |
चल/स्थिर वाहन | 1 चार पहिया और कई दो पहिया वाहन |
प्रमुख गतिविधियाँ | महिलाओं को सुरक्षा ऐप्स, 112 हेल्पलाइन, लीफलेट वितरण, क्यू एंड ए |
उपस्थित लाभार्थी | हजारों महिलाएँ, मुख्यतः बस से यात्रा करने वाली |
मुख्य संदेश | “महिला सुरक्षा समझौता नहीं—दिल्ली पुलिस हर कदम साथ” |
विशेषताएं | सादे कपड़ों में गश्त, संवाद, त्वरित सहायता, तनाव-रहित शिकायत-संपर्क |
संदर्भ तिथि | 2-3 अक्टूबर 2025 |
सामाजिक महत्त्व | महिलाओं में आत्मविश्वास, अपराध कम करने हेतु निवारक जागरूकता |
आगे की योजना | अन्य सार्वजनिक स्थलों पर इसी तरह विशेष मिशन की पुनरावृत्ति |