दिल्ली पुलिस आउटर नॉर्थ जिला ने भलस्वा डेयरी इलाके में ऑनलाइन चाइल्ड पोर्नोग्राफी केस में आरोपी को गिरफ्तार कर मोबाइल फोन जब्त किया। साइबर टिपलाइन और तकनीकी जांच की मदद से दिल्ली पुलिस ने बच्चों की सुरक्षा हेतु बड़ी उपलब्धि हासिल की।

भलस्वा डेयरी: दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने ऑनलाइन चाइल्ड पोर्नोग्राफी केस में आरोपी को गिरफ्तार किया, IT Act के तहत कार्रवाई
दिल्ली पुलिस आउटर नॉर्थ जिला ने एक बेहद संवेदनशील और गंभीर साइबर अपराध का खुलासा करते हुए भलस्वा डेयरी इलाके से ऑनलाइन चाइल्ड पोर्नोग्राफी केस के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी से अपराध में उपयोग किया गया मोबाइल फोन बरामद कर न्यायिक प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस कार्रवाई ने दिल्ली पुलिस की साइबर अपराध रोकथाम और बच्चों की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को एक बार फिर साबित किया है।
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घटना और उसकी शुरुआत
भलस्वा डेयरी पुलिस स्टेशन को NCMEC (National Center for Missing & Exploited Children) की साइबर टिपलाइन से एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट प्राप्त हुई। यह रिपोर्ट किसी इलेक्ट्रॉनिक सर्विस प्रोवाइडर द्वारा जनरेट की गई थी, जिसमें टेलीग्राम मोबाइल नंबर और यूज़रनेम के संदिग्ध गतिविधि की जानकारी थी। रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से चाइल्ड पोर्नोग्राफी (Child Sexual Abuse Material, CSAM) की सामग्री के कब्जे, निर्माण और वितरण से संबंधित अपराध की आशंका जताई गई थी।
केस रजिस्ट्रेशन और जांच
दिल्ली पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए FIR नंबर 659/25 (दिनांक: 01.10.2025) दर्ज की, जो IT Act 2000 की सेक्शन 67B के अंतर्गत आती है। पुलिस टीम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए टेक्निकल और मैन्युअल दोनों स्तरों पर जांच शुरू की।

ऑपरेशन और गिरफ्तारी
SHO भलस्वा डेयरी इंस्पेक्टर मनीष भाटी, SI महेश, HC मनीष और कॉन्स्टेबल रोबिन की टीम को ACPSN श्री विजय कुमार वत्स, DCP हरेश्वर स्वामी और संयुक्त पुलिस आयुक्त विजय सिंह का मार्गदर्शन मिला। टीम ने तकनीकी जांच के साथ-साथ स्थानीय जांच भी की। कई डिजिटल सुरागों के विश्लेषण और सतत प्रयास के बाद, आरोपी सलमान (पुत्र नूर मोहम्मद, उम्र: 25 वर्ष, निवासी कलंदर कॉलोनी, भलस्वा डेयरी, दिल्ली) को पहचानकर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया।
आरोपी के पास से एक ब्लैक रंग का OnePlus 11R स्मार्टफोन बरामद हुआ, जिसे अपराध के लिए इस्तेमाल किया गया था। फ़ोन को साक्ष्य के रूप में जब्त कर लिया गया है।
आरोपी का प्रोफाइल
| नाम | पता | उम्र | अपराध का प्रकार |
|---|---|---|---|
| सलमान | हाउस नं. 126, कलंदर कॉलोनी, भलस्वा डेयरी, दिल्ली | 25 वर्ष | ऑनलाइन चाइल्ड पोर्नोग्राफी |
बच्चों की सुरक्षा हेतु दिल्ली पुलिस की प्रतिबद्धता
इस केस ने साइबर अपराध, खासकर बच्चों के शोषण से जुड़े मामलों में टेक्नोलॉजी और सावधानी का महत्व फिर साबित किया है। दिल्ली पुलिस ने न केवल आरोपी को पकड़कर न्यायिक प्रक्रिया तेज की, बल्कि साइबर टिपलाइन और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर बच्चों की रक्षा की दिशा में सराहनीय कार्य किया है।
DCP आउटर नॉर्थ जिला, श्री हरेश्वर स्वामी (IPS), ने बताया कि “हमारी टीम तेजी से हर साइबर अपराध को ट्रैक कर रही है। बच्चों के साथ किसी भी डिजिटल शोषण को बरदाश्त नहीं किया जाएगा।”

FIR और कानूनी पहल
आरोपी के खिलाफ FIR IT Act की धारा 67B के तहत दर्ज है, जो ऑनलाइन चाइल्ड पोर्नोग्राफी और शोषण संबंधित कठोर सजा का प्रावधान करती है। पुलिस आगे की तफ्तीश में जुटी है, ताकि अन्य ऐसे मामलों और नेटवर्क का खुलासा हो सके।
टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन की भूमिका
साइबर सेल ने टेक्नोलॉजी के जरिए डाटा ट्रेसिंग, IP एड्रेस, मोबाइल नंबर, यूज़रनेम और अन्य डिजिटल सुरागों की गहन जांच की। इससे आरोपी की पहचान और लोकेशन ट्रैक की गई। दिल्ली पुलिस के आधुनिक साइबर जांच तंत्र के चलते आरोपी को जल्द गिरफ्त में लिया गया।
पुनरावृत्ति रोकथाम के लिए सलाह
- बच्चों के मोबाइल और इंटरनेट यूज़ पर अभिभावक सतर्क रहें।
- अनजान चैट, अजनबी यूज़रनेम्स और संदिग्ध अभिनेत्रीिकता तुरंत पुलिस को रिपोर्ट करें।
- ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर किसी भी अज्ञात या संदिग्ध सामग्री से बचें।
- दिल्ली साइबर हेल्पलाइन पर किसी भी साइबर अपराध की तत्काल सूचना दें।
दिल्ली पुलिस की यह त्वरित कार्रवाई आने वाले समय में बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा के लिए मिसाल बनेगी। सोशल मीडिया और इंटरनेट के बढ़ते इस्तेमाल के दौर में ऐसे अपराधों का तेजी से सामना करना आवश्यक है। पुलिस टीम की सतर्क निगरानी, इंटरनेशनल एजेंसी से समन्वय और अत्याधुनिक संसाधन बच्चों के लिए सुरक्षित डिजिटल माहौल तैयार करना जारी रखेंगे।